
श्री सम्प्रदायाचार्य रामावतार जगद्गुरू श्री रामानन्दाचार्य के पद पर पदप्रतिष्ठित श्री रामनरेशाचार्य जी के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में स्वामी श्री रामरनेशाचार्य द्वारा दिनांक 23.01.2014 से 12.01.2015 तक भारत के अनेकांे शहरों मे श्री सम्प्रदायाचार्य रामावतार जगद्गुरू श्री रामानन्दाचार्य पद प्रतिष्ठित श्री रामनरेशाचार्य पद प्रतिष्ठा का रजत जयन्ती महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं।
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं ट्रस्ट मुम्बई एवं राजस्थान वैष्णव ब्राह्मण भवन ट्रस्ट मुम्बई के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2014 तक श्रीमती घीसीबाई जेठूदास जी वैष्णव समाज भवन भायन्दर (प.) पर रजत जयन्ती महोत्सव का आयोजन रखा गया है । आयोजन के मुख्य आयोजक जयंतिभाई बी. वैष्णव, रामचन्द्र जे. वैष्णव लखनदास वैष्णव, एन.डी.निम्बावत, भगवानदास वैष्णव रामकिशन वैष्णव, इन्द्रजीत वैष्णव, भानुशंकर वैष्णव, सोहन सी. वैष्णव, केसूदास ओ. वैष्णव, प्रो. मदनमोहन वैष्णव, श्यामसुन्दर वैष्णव, सत्यनारायण रामावत, टिकमचन्द शर्मा, के.जी. वैष्णव, कृष्णावतार शर्मा, रतन वैष्णव, महेन्द्र वैष्णव सुश्री दिव्याबेन गोपालदास वैष्णव है ।
महोत्सव में दिनांक 14 अक्टूबर 2014 को परम प्रभु भगवान श्री राम जी का अभिषेक पूजन प्रात 7 से 9 बजे तक, आशीर्वचन आचार्य श्री द्वारा प्रात 9.30 से 10.30 बजे तक, हवनात्मक श्रीराम यज्ञ प्रात 10.30 से 12 बजे तक वैष्णवाराधन (भण्डारा) दोपहर 12 से 2 बजे तक एवं श्रीराम मन्दिर पर श्री राम जी का पूजन अनुष्ठान तथा महाराज श्री का प्रवचन संध्या 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक, दिनांक 15 अक्टूबर को दोपहर 4 से रात्रि 8 बजे तक भजन, कीर्तन एवं आचार्य श्री द्वारा प्रर्वचन, दिनांक 16 अक्टूबर को संध्या 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक भजन, कीर्तन एवं आचार्य श्री द्वारा प्रर्वचन एवं दिनांक 17 अक्टूबर को दोपहर 4 से 5 बजे तक विभिन्न क्षेत्रों के महानुभावों का सम्मान, संध्या 5 से 8 बजे तक भजन, कीर्तन एवं आचार्य श्री द्वारा प्रर्वचन एवं रात्रि 8 से 10 बजे तक महाप्रसादी का आयोजन रखा गया है
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं ट्रस्ट मुम्बई एवं राजस्थान वैष्णव ब्राह्मण भवन ट्रस्ट मुम्बई संयुक्त रूप सभी को जगद्गुरू रामानन्दाचार्य पदप्रतिष्ठित श्री रामनरेशाचार्य पदप्रतिष्ठा का रजत जयन्ती महोत्सव मुम्बई में सादर आमन्त्रित करते हैं ।
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने हेतु स्थानीय वैष्णव बन्धुओं की एक कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें सर्वश्री देवकिशन पी. वैष्णव, अनिल एम. वैष्णव, डाॅ शंकर बी. वैष्णव, जगदीश प्रसाद बी. वैष्णव, रमेश बी. वैष्णव, लक्ष्मणदास जे. वैष्णव, जयंतिलाल डी. वैष्णव, नारायणदास जे. वैष्णव, सत्यप्रकाश एम. वैष्णव, कल्याणदास एम. वैष्णव देवेश जी. वैष्णव, नन्दकिशोर डी वैष्णव, पुरूषोत्तम के. वैष्णव, गौरीशंकर वी. वैष्णव, गोविन्द एस. वैष्णव, कपुर एस. वैष्णव, पुनमदास बी. वैष्णव, अनिल एस. रामावत, कानदास जी. वैष्णव, देविदास एम. वैष्णव, रामेश्वर जी. वैष्णव, सुरेश बी. वैष्णव, कमलेश के. वैष्णव, किशोर एम. वैष्णव, बद्रीदास एच. वैष्णव, चुन्नीलाल जे. वैष्णव, रविदास आर. वैष्णव, जितेन्द्रकुमार एम. वैष्णव, रूपदास आर. वैष्णव मुलदास एस. वैष्णव, भगवतीप्रसाद जे. वैष्णव, रविदास ए. वैष्णव जियदास एम. शर्मा, गोविन्द डी वैष्णव, राधाकिशन आर. वैष्णव, कैलाश एन. वैष्णव, कान्तिलाल एन. वैष्णव, अशोक एस वैष्णव, नरसिंगदास जे. वैष्णव, दिनेश एन. वैष्णव, किशोर जी. वैष्णव, मोहनदास एम. वैष्णव, कृष्णकान्त बैरागी, पुरूषोत्तम डी वैष्णव, श्रवण वैष्णव एवं महेन्द्र पी. वैष्णव को सम्मिलित किया गया